Introduction:
आज हम आपको जिस प्लेन क्रैश की जानकारी देने वाले है ये हादसा नहीं बल्कि एक ऐसी हत्या है जिसमे एयरलाइन कंपनी के लालच के कारण ना सिर्फ सैकड़ो मासूम लोगो को अपनी जान गावनि बड़ी , बल्कि उनके परिवार वालो को उनकी लाश भी नसीब नहीं हुई। जिस जगह ये प्लेन क्रैश हुआ वहा दलदल में हज़ारो मगरमच्छ और जहरीले सांप थे , जिसके कारण बदकिस्मती से किसी पैसेंजर की हड्डी भी नहीं मिली।
हवाई जहाज आज दुनिया में यात्रा करने का सबसे सुरक्षित साधन है. चाहे आप अक्सर हवाई यात्रा करते है या पहली बार हवाई जहाज में सफर कर रहेहो, एक बार तो आपका दिल किसी हादसे को सोच कर धड़कता ही है। क्या होगा अगर प्लेन का इंजन हवा में बंद हो जाये , या कही ये प्लेन किसीदूसरे प्लेन से ना टकरा जाए , ये सब सोच सोच कर हम भगवान का नाम ले कर अपनी अपनी यात्रा करते है। हवाई जहाज भी एक मशीन ही है जो कभीभी ख़राब हो सकती है , लेकिन अगर एयरलाइन कंपनी थोड़े से पैसे बचाने के चक्कर में हवाई जहाज की सही मरम्त ना करे और जिसके कारण सैकंडोलोगो को अपनी जान गवानी पड़े, तो उस हादसे में जान गवाने वाले लोगो के परिवार के लिए ये हादसा नहीं बल्कि हत्या है।
N 904VJ नंबर से रजिस्टर MCdonnel Douglas कंपनी का ये DC 932 पैसेंजर प्लेन लगभग 27 साल पुराना था
इस हवाई जहाज ने 18 अप्रैल 1969 को अपनी पहली उड़ान भरी थी , जिसके बाद 1992 तक ये हवाई जहाज Delta एयरलाइन के लिए उड़ान भरतारहा। लगभग 23 सालो तक इस विमान का इस्तेमाल करने के बाद Delta एयरलाइन ने इसे रिटायर कर दिया और वापस MCdonnel Douglas कंपनी को बेच दिया।
इसके लगभग 1 साल बाद , 1993 में Value jet कंपनी ने इस विमान को खरीद कर दोबारा से इसे पैसेंजर प्लेन के लिए इस्तेमाल करना शुरू करदिया
Value Jet एयरलाइन की स्थापना 1992 में की गई थी और तभी से ये कंपनी पुराने और सस्ते हवाई जहाजों को खरीद कर उन्हें पैसेंजर प्लेन के तोरपर इस्तेमाल कर रही थी , जिसके कारण शुरू से ही ये एयरलाइन काफी विवादों मैं घिरी रही। अपने खर्चो को बचाने के लिए ये कंपनी ना तो अपनेहवाई जहाजों का सही रख रखाव और मरम्त करती थी और ना ही अपने स्टाफ को सही ट्रेनिंग और सुविधाएं उपलब्ध करवाती थी। इस एयरलाइन कीreputation इतनी ख़राब थी की 1995 में U S मिलिट्री ने अपने सैनिको को इस एयरलाइन में सफर करने से रोक दिया था।
11 मई 1996 , फ्लोरिडा का Miami International Airport .
Value Jet Airline की फ्लाइट नंबर 592, Georgia Atlanta के William B. Hartsfield Atlanta Int’l Airport जाने की तयारी कर रही थी।
5 क्रू मेंबर्स के साथ साथ ,105 पैसेंजर धीरे धीरे कर प्लेन में सवार होने लगते है।
फ्लाइट का नेतृत्व 35 वर्षीय Captain Candi Kubeck कर रही थी जिन्होंने अपने कैरिएर में 8928 घंटो का flying अनुभव प्राप्त किया था। फर्स्टofficer Hazen भी 11800 घंटो के flying अनुभव के साथ एक मंजे हुए पायलट थे
Value Jet Airline के बाकि सभी प्लेन की तरह इस प्लेन की हालत भी खस्ता थी. और इस उड़ान से पहले भी 12 बार, किसी ना किसी खराबी केचलते, इस प्लेन को या तो इमरजेंसी लैंडिंग करना पड़ा था या अपनी उड़ान को ही रद्द करना पड़ा था. और उन सभी हादसों में ज्यादातर इंजन कीखराबी या पैसेंजर केबिन में एयर प्रेशर की problem हुई थी। और जैसा ही हम पहले ही बता चुके है , कुछ पैसे बचाने के लिए Value Jet Airline फिर भी धड़ल्ले से इस प्लेन का इस्तेमाल कर रही थी
प्लेन के weight और balance form के मुताबिक , उस दिन प्लेन में 4109 pound का पैसेंजर luggage और दूसरा कार्गो सामान load किया गयाथा।
कार्गो सामान में 2 tyres और wheels के साथ साथ 5 ऐसे container भी load किये गए थे जिनके ऊपर ऑक्सीजन Cannister लिखा हुआ था। इन 5 कंटेनर में tenis बॉल के आकार के लगभग 144 ऐसे chemical oxygen generators रखे हुए थे जो काफी वक़्त पहले ही expire हो चुकेथे। केमिकल oxygen generator एक ऐसा उपकरण होता है जो कुछ केमिकल रिएक्शन के साथ ऑक्सीजन release करता है।
प्लेन के कार्गो कम्पार्टमेंट में आग ना लगे इसलिए कार्गो compartmnent को पूरी तरह से सील किया जाता है ताकि उसे बाहर के वातावरण सेऑक्सीजन ना मिल सके और कम्पार्टमेंट में आग ना लग सके। अब जब कार्गो कम्पार्टमेंट में ऑक्सीजन ही नहीं होगी तो अगर किसी कार्गो सामान मेंआग भी लग जाये तो वो बिना ऑक्सीजन के जल्द ही अपने आप बुछ जाएगी। इसी लिए इन प्लेन के कार्गो कम्पार्टमेंट में कोई smoke detector भीनहीं लगा होता था।
दोपहर के लगभग 1 बजकर 40 मिनट पर प्लेन departure गेट से अपना roloff शुरू करता है
प्लेन जब धीरे धीरे टैक्सी वे से होता हुआ रनवे की तरफ जा रहा था , तो उन्ही oxygen generator में से एक जनरेटर अपने आप एक्टिव हो जाता है। और जैसा की हमने पहले बताया , ये ऑक्सीजन जनरेटर धीरे धीरे कार्गो कम्पार्टमेंट में ऑक्सीजन release करने लगता है। ये ऑक्सीजन बहुत सारेकेमिकल रिएक्शन के बाद generate होती है इसलिए वो जनरेटर भी बहुत गरम हो गया था। हालाँकि कार्गो कम्पार्टमेंट में बाहर से ऑक्सीजन नहींआ रही थी , लेकिन ये oxygen generator कम्पार्टमेंट के अंदर ही ऑक्सीजन रिलीज़ कर रहे थे जिस कारण वो गरम generator किसी भी क्षणआग पकड़ सकते थे
इन सबसे अनजान पायलट धीरे धीरे प्लेन को रनवे पर ले आते है
और दोपहर के लगभग 2 बजकर 3 मिनट पर ATC टावर से परमिशन मिलने के बाद Value Jet Flight 592 पूरी पावर के साथ रनवे पर दौड़नेलगती है।
प्लेन अभी रनवे पर ही दौड़ रहा था की तब तक कार्गो कम्पार्टमेंट में सुलग रहे oxygen generators आग पकड़ लेते है और जिसके साथ साथ कार्गोकेबिन में रखे हुए दूसरे सामान भी आग लग जाती है
कार्गो कम्पार्टमेंट में रखे हुए tyres के कारण आग और भी भयंकर तरीके से भड़कने लगती है
और लगभग 1 मिनट तक रनवे पर दौड़ने के बाद फ्लाइट finally टेकऑफ कर जाती है
पायलट अभी भी कार्गो कम्पार्टमेंट में हुई इस तबाही से अनजान थे , लेकिन टेकऑफ के कुछ मिनट के बाद ही पैसेंजर केबिन में आग और धुंए की बदबूफैलने लगती है
आग का धुआं अभी धीरे धीरे पैसेंजर केबिन में फ़ैल ही रहा था की तभी आग के कारण कार्गो कम्पार्टमेंट में रखा हुआ टायर एक धमाके के साथ फटजाता है
पूरा प्लेन उस धमाके से हिल जाता है। आग अब धीरे धीरे पैसेंजर केबिन के फ्लोर तक पहुँच जाती है और अचानक से प्लेन के सभी इलेक्ट्रिक उपकरणबंद होने लगते है
एक एयरहोस्टेस तेज़ी से भागकर कॉकपिट में पायलट को पैसेंजर केबिन में लगी आग की जानकारी देती है
आग का धुआं तब तक कॉकपिट में भी पहुँच चूका था. फर्स्ट ऑफिसर तुरंत ही Miami ATC टावर को कॉल कर उन्हें फ्लाइट में लगी आग कीजानकारी देता है और इमरजेंसी में Miami एयरपोर्ट पर वापस लैंड करने की अनुमति मांगता है
हालात की गंभीरता को देखते हुए ATC टावर तुरंत ही Value Jet Flight को Miami एयरपोर्ट पर लैंड करने की परमिशन देते हुए पायलट से फ्लाइटको 270 हैडिंग में मोड़ कर वापस miami एयरपोर्ट की तरफ आने को कहता है
प्लेन की हाइट कम करने के लिए Captain Captain Candi Kubeck इंजन पावर को कम करने की कोशिश करती है लेकिन जल्द ही उन्हें अहसासहो जाता है की आग के कारण इंजन नंबर एक का throttle जाम हो चूका है। हालाँकि इंजन नंबर 2 का throttle अभी भी काम कर रहा था जिसकाइस्तेमाल करके कप्तान इंजन पावर को कम करने की कोशिश करती है
थ्रोटल जाम होने के कारण प्लेन का बायां इंजन अब दाएं इंजन से ज्यादा thrust produce कर रहा था जिसके कारण प्लेन धीरे धीरे दायीं तरफझुकने लगता है
प्लेन में तेज़ी से फैलती हुई आग और एक एक कर सभी कण्ट्रोल fail होते देख captain Candi तुरंत ही राडार का इस्तेमाल कर प्लेन को तेज़ी सेदायीं तरफ मोड़ती है ताकि जल्द से जल्द miami एयरपोर्ट पहुंचा जा सके। ATC टावर भी लगातार पायलट के साथ बातचीत करते हुए उन्हें रास्ताबता रहा था ताकि प्लेन को जल्द से जल्द लैंड करवाया जा सके
लेकिन किस्मत को शायद कुछ और ही मंजूर था और तेज़ी से फलती हुई आग के कारण जल्द ही प्लेन के सभी कण्ट्रोल fail हो जाते है और प्लेन पूरीतरह पायलट्स के कण्ट्रोल से बाहर हो जाता है
आग और धुआं इतनी तेज़ी से फैलता है की देखते ही देखते कॉकपिट में दोनों पायलट बेहोस हो जाते है
ATC controller बार बार पायलट से contact करने की कोशिश करता है लेकिन पायलट की तरफ से कोई जवाब नहीं आता
बेकाबू हुआ प्लेन सीधे नाक के बल जमीन से टकराता है।
प्लेन में सवार सभी 110 लोग इस दुःखद हादसे में अपनी जान गवां देते है
प्लेन एयरपोर्ट से महज कुछ ही miles की दूरी पर क्रैश हुआ था इसलिए तुरंत ही बचाव दल के हेलीकाप्टर वहां पहुँच जाते है। बचाव दल घटना स्थलपर पहुँच तो जाते है लेकिन उन्हें वहां Value Jet प्लेन का कोई नामो निशान नहीं मिलता।
मिलता भी कैसे? प्लेन जहाँ क्रैश हुआ वो एक विशालकाय दलदली जंगल था। फ्लोरिडा की दक्षिणी हिस्से में बसा हुआ ये विशालकाय दलदलीइलाका पूरा साल पानी और दलदल से भरा हुआ रहता है. और इसी दलदल में पाएं जाते है दुनिया के सबसे बड़े और खतरनाक मगरमच्छ , घड़ियालऔर अजगर, जो पलक झपकते ही किसी भी बड़े से बड़े जानवर को ऐसे चट कर जाते है की उनकी हडियों तक का पता नहीं चलता।
प्लेन सीधा इसी दलदल के बीचोबीच गिरा था। इसीलिए किसी को बचा पाना तो दूर की बात , बचाव दल के लिए यहाँ पहुंचना तक अस्मभव हो रहाथा।
अपनी खुद की जान जोखिम में डाल कर बचाव दल हफ्तों तक प्लेन या उसमे सवार किसी भी व्यक्ति की लाश को खोजने की कोशिश करते रहे लेकिनअंत में उनके हाथ सिर्फ एक जबड़े का टुकड़ा और इंसानी मास के कुछ लोथड़े ही लगे। खतरनाक मगरमछो और घड़ियालों से भरे हुए उस दल में गिरेप्लेन में सफर कर रहे लोगो का क्या हुआ होगा , सोच कर ही सारे बदन में सरसरी दौड़ जाती है . बचाव दल में काम कर रहे एक कर्मचारी को जब एकछोटे बच्चे के कुछ कपडे मिले तो उस भयानक मंजर को सोच कर उसका कलेजा ही हिल गया। वो इतना हताश हुआ की उसने अपनी नौकरी ही छोड़दी।
इस हादसे में अपने परिवार वालो को खो चुके लोगो को उनकी लाश तो दूर, कोई नामो निशान तक नहीं मिला। लोगो में अपने चाहने वालो को खोने काग़म तो था लेकिन उससे भी ज्यादा गुस्सा और रोष इस हादसे के जिम्मेदार लोगो को सजा दिलाने के लिए था।
प्लेन पूरी तरह दल दल में समां चूका था। हालांकि काफी मसक्त के बाद प्लेन के ब्लैक बॉक्स को बरामद कर लिया गया और शुरू हुई इस खौफनाकहादसे की जांच।
प्लेन में रखे हुए कार्गो सामान की लिस्ट चेक करते ही जाँच कर्ताओ को ऑक्सीजन जनरेटर के बारे में पता चल गया। अब सवाल ये आया की की जबकिसी भी पैसेंजर प्लेन में इस तरह के खतरनाक उपकरण को ले जाना मना होता है तो Value Get एयरलाइन्स ने ऐसा क्यों किया।
और इसका जवाब एकदम साफ़ था। सिर्फ कुछ पैसे बचाने के लिए Value Get एयरलाइन्स ने प्लेन में कार्गो चेक करने और लोड करने की जिम्मेदारीऐसी एजेंसी को दी गयी थी जिनके पास प्लेन में लोड होने वाले खतरनाक सामान को पता करने का कोई खास अनुभव नहीं था।
ऑक्सीजन Generators को कागच और पॉलिथीन से भरे हुए डिब्बों के बीच में रखा गया था और उनके ऊपर लिखा था की वो खाली है। जबकि वोसब ऑक्सीजन Generators सिर्फ expire थे, ना की खाली।
Value jet एयरलाइन और लोडिंग एजेंसी की इस गलती के कारण सैकड़ो लोगो ने अपने चाहने वालो को खो दिया।
जांचकर्ताओ ने इस हादसे के लिए तीन agencies को जिम्मेदार ढेहराया।
Value Jet airline , Sabre Tech company और FAA Federal Aviation Administration जिन्होंने 1988 में हुए ऐसे ही हादसे के बाद भीप्लेन में स्मोक डिटेक्टर को लगाना अनिवार्य नहीं किया
जांच के बाद 16 जून 1996 को ValuJet कंपनी को ban कर दिया गया लेकिन इसे पैसे की ताकत और मानव लालच की हद ही कहेंगे की 30 September 1996 को इस ban को हटा दिया गया और ValuJet एयरलाइन फिर से काम करने लगी
हालाँकि एयर ट्रेवल एक बहुत ही सुरक्षित माध्यम है लेकिन हमे ये भी ध्यान रखना पड़ेगा की यहाँ गलती की गुंजाईश भी बहुत ही कम है। थोड़े से पैसेबचाने के लालच में लाखो लोगो की जान से खेलने का हक़ किसी भी एयरलाइन को नहीं दिया जाना चाहिए |