ऐसा चमत्कार की यकीन करना भी मुश्किल | Falling from 33000 Feet | JAT Flight 367 Case Study
by user · November 22, 2022
INTRODUCTION
Case Study
26 January 1972, डेनमार्क का copenaghen एयरपोर्ट।
दोपहर के लगभग 2 बजकर 30 मिनट पर J A T (जे ए टी) Yugoslav Airlines की Flight number 367 copenaghen एयरपोर्ट पर लैंड करती है और रनवे पर उतरने के बाद धीरे धीरे टैक्सी वे से होते हुए एयरपोर्ट टर्मिनल की तरफ बढ़ती है.
ठंड का मौसम होने के कारन एयरपोर्ट पर काफी बर्फ थी जिसके कारण pilots प्लेन को बहुत ही धीरे धीरे और सावधानी से टर्मिनल की तरफ ले जा रहे थे
ऐरपोर्ट की टर्मिनल window पर पहले से ही मौजूद दूसरी शिफ्ट के क्रू मेंबर्स बड़ी बेसब्री से टर्मिनल की तरफ आते हुए McDonnell Douglas एयरप्लेन को देख रहे हैं. ये वही प्लेन हैं जिसे ले कर उन्हें अपनी अगली उड़ान के लिए Belgrade जाना है।
इन्ही क्रू मेंबर्स में शामिल एक खूबसूरत एयरहोस्टेस Vesna Vulović प्लेन से उतर कर एयरपोर्ट टर्मिनल में आते हुए पैसेंजर्स को देख रही थी और इंतज़ार कर रही थी की कब प्लेन खाली हो और वो दूसरे क्रू मेंबर्स और नए पैसेंजर्स के साथ फ्लाइट में enter कर सके. धीरे धीरे सभी पैसेंजर्स प्लेन से उतर रहे थे की तभी Vesna Vulović की नज़र एक पैसेंजर पर जाती है जो बहुत ही गुस्से में लगातार एयरपोर्ट स्टाफ के साथ झगड़ रहा था
एयरपोर्ट पर हर रोज़ होने वाली छोटी मोटी घटनाओ की तरह वो एयरहोस्टेस इसे एक आम घटना समज कर नज़र अंदाज़ कर देती है। लेकिन उसे क्या पता था की आने वाले कुछ घंटो में इसी आदमी के कारण उसके साथ प्लेन में सफर करने वाले हर यात्री की जिंदगी और मौत का फैसला होगा। और जाने अनजाने उसके साथ एक ऐसा चमत्कार होगा जिसपर कोई भी यकीन नहीं कर पायेगा। मानव इतिहास में हुआ एक ऐसा वर्ल्ड रिकॉर्ड जिसे सिर्फ भगवान का करिश्मा ही कह सकते है
धीरे धीरे सभी पुराने पैसेंजर्स के उतरने के बाद प्लेन को नई फ्लाइट के लिए तैयार किया जाने लगा अपनी नई उड़ान के लिए J A T फ्लाइट 367 को copenaghen एयरपोर्ट से उड़ कर Serbia के Belgrade Nikola Tesla एयरपोर्ट जाना था। JAT Yugoslav Airlines, Yugoslavia की एक जानी मानी एयरलाइन कंपनी थी। McDonnell Douglas DC-9-32 सीरीज का ये प्लेन 2 साल पहले ही J A T Yugoslav Airlines को दिया गया था
Captain Ludvik Razdrih और first officer Ratko Mihić के साथ एयरहोस्टेस Vesna Vulović अपने 3 क्रू मेंबर्स के साथ एयरप्लेन को अगली उड़ान के लिए तैयार करने में लग गए। पिछली उड़ान के कारण फ्लाइट पहले ही थोड़ा delay हो चुकी थी, इसलिए Airport का ग्राउंड स्टाफ भी बिना कोई समय गवाए एक एक कर प्लेन के सभी ground task को तेज़ी से पूरा करने में जुट गया
वैसे तो हर दिन की तरह सब कुछ नार्मल तरीके से ही चल रहा था और धीरे धीरे कर सभी 22 पैसेंजर्स प्लेन में सवार हो गए. फिर भी ना जाने क्यों एयरहोस्टेस Vesna Vulović को अजीब सी तरह की बेचैनी महसूस हो रही थी। उसे लगा की शायद ये सब फ्लाइट की उड़ान में होने वाली देरी के कारन हो रहा है।
लेकिन जैसा कई बार होता है की किसी भयानक हादसे से पहले भगवान हमे कोई न कोई अंदेशा देते है लेकिन हम उसे समझ नहीं पाते , ऐसा ही कुछ Vesna Vulović के साथ भी हो रहा था नई फ्लाइट की सभी तैयारी पूरी होने के बाद लगभग 3 बजे के आस पास captain ने ग्राउंड स्टाफ को push back करने का आदेश दिया
push back कम्पलीट करके प्लेन धीरे धीरे टैक्सी way से होता हुआ रनवे की तरफ बढ़ने लगा रनवे पर पहुँचने के बाद कप्तान ने crew members को टेकऑफ के लिए अपनी सीट पर बैठने का निर्देश दिया, जिसके बाद कप्तान ATC टावर से टेकऑफ परमिशन मिलने का इंतज़ार करने लगे।
कुछ देर रनवे पर wait करने के बाद लगभग 3 बजकर 15 मिनट पर J A T फ्लाइट ने copenaghen एयरपोर्ट से टेकऑफ किया। अपने फ्लाइट path को follow करते हुए प्लेन धीरे धीरे अपनी निर्धारित हाइट पर जाने लगता है. साफ़ मौसम और बिना किसी turbulance के फ्लाइट कुछ ही देर में लगभग 33000 फ़ीट की उचाई पर पहुँच जाती है।
अपनी निर्घारित हाइट पर पहुँचने के बात केबिन क्रू फ्लाइट में जल पान और ड्रिंक्स के सेवाएं शुरू कर देते है। सभी पैसेंजर्स relax हो कर अपनी फ्लाइट का आंनद ले रहे थे. अपनी खाने की ट्राली के साथ Vesna Vulović प्लेन के पिछले भाग में पैसेंजर्स को खाना serve कर रही थी.
आने वाले किसी भी खतरे से अनजान कॉकपिट में कप्तान और पायलट रास्ते के मौसम और फ्लाइट path को discuss कर रहे थे. अब तक फ्लाइट को takeoff किए हुए लगभग 45 मिनट्स हो चुके थे और फ्लाइट east Germany और Czechoslovakia के बॉर्डर के ऊपर से गुज़र रही थी।
तभी अचानक फ्लाइट में एक जोरदार धमाका होता है. धमाका इतना तेज़ था की हवा में ही प्लेन के 3 टुकड़े हो जाते है. प्लेन के तीनो हिस्से बड़ी ही तेज़ी के साथ आसमान से नीचने आने लगते है। इतनी उचाई पर प्लेन के टुकड़ने होने के कारण केबिन में हवा का प्रेशर एकदम से कम हो जाता है जिसके कारण प्लेन में सवार पैसेंजर्स और सामन बड़ी ही तेज़ी से प्लेन से बाहर की तरफ खींच कर नीचे गिरने लगते है।
धमाके के वक़्त एयरहोस्टेस Vesna Vulović जो की प्लेन के पिछले हिस्से में खाना serve कर रही थी , अपनी खाने की ट्राली के दबाव के कारण प्लेन की पिछली दीवार से चिपक जाती है. खाने की ट्राली का प्रेशर एक साइट बेल्ट की तरह Vesna Vulović को प्लेन की दीवार से बांदे रखता है जिस कारण से वो प्लेन से बाहर नहीं गिरती। 33000 फ़ीट की उचाई से एक पत्थर की तरह प्लेन के टुकड़े और पैसेंजर्स जमीन पर गिरते है।
वही Czechoslovakia के सरबसका सहर के लोग आसमान में तेज़ धमाके के साथ प्लेन के टुकड़ो को पास के घने जंगलो में गिरते हुए देख कर तेज़ी से उस तरफ भागते है। भारी बर्फ और घने जंगलो के बीच से भागते हुए लोग जब वहां पहुँचते है तो चारो तरफ सिर्फ जलते हुए प्लेन का मलबा और लोगो की लाशे दिखाई देती है।
उस भयानक मंजर को देख कर किसी के भी जिन्दा बचने की कोई उम्मीद नहीं थी। तभी अचानक मलवे में से किसी के करहाने की आवाज़ सुनाई देती है। आनन् फानन में लोग तेज़ी से मलवा हटा कर उस आवाज़ तक पहुंचने की कोशिश करते है। मलवा हटा कर लोग जब वहा पहुँचते है तो किसी को भी अपनी आखों पर यकीं नहीं होता। Vesna Vulović खाने की ट्रॉली के नीचे जिंदा फसी हुई थी। लोग तेज़ी से उसे बाहर निकलते है और फटाफट हॉस्पिटल पहुंचाते है
अब इसे भगवान का चमत्कार और अच्छी किस्मत ही कहेंगे की 33000 Feet से गिरने के बाद जहाँ इतने भारी भरकम प्लेन के भी परख्च्चे उड़ गए वही Vesna Vulović जिंदा बच गई। हॉस्पिटल में इलाज़ के दौरान Vesna Vulović 27 दिनों तक कोमा में ही रही।
इतनी उचाई से गिरने के कारण वो कई महीनो तक paralyzed रहती है और लगभग एक साल हॉस्पिटल में ही गुज़ारती है। 33000 फ़ीट से बिना पैराशूट गिरने के बावजूद भी जिन्दा बच जाना एक ऐसा वर्ल्ड रिकॉर्ड बना जो आज तक नहीं टूटा। इतने दिनों तक कोमा में रहने और सदमे के कारण Vesna Vulović को एक्सीडेंट के वक़्त की कोई भी बात याद नहीं रहती। उसे सिर्फ एयरपोर्ट पर फ्लाइट में जाने तक की ही घटनाएँ याद थी।
लेकिन उस दिन Flight number 367 के साथ ऐसा क्या हुआ की हवा में ही उसके तीन टुकड़े हो गए। इस हादसे को ले कर कई तरह की thoeory दी जाती रही है लेकिन आधिकारिक तौर पर आज तक इसका कोई पुख्ता कारण नहीं बताया जा सका है। 1997 में chech मैगज़ीन में छपे एक article के अनुसार Czechoslovakia एयर डिफेन्स यूनिट ने गलती से इस प्लेन को दुश्मन लड़ाकू विमान समझ कर मिसाइल से उड़ा दिया था। लेकिन आधिकारिक तोर पर इस थ्योरी की कोई पुष्टि नहीं हुई।Vesna Vulović
Czechoslovakia civil aviation अथॉरिटी ने बाद मैं एक सूटकेस बम को इस हादसे का कारण बताया। उनके अनुसार किसी पैसेंजर ने अपने सूटकेस में बम लगा कर उसे प्लेन में रख दिया था जिसके कारण आसमान में प्लेन ब्लास्ट हो कर टुकड़े टुकड़े हो गया।
Vesna Vulović के अनुसार उसने एयरपोर्ट पर जिस पैसेंजर को एयरपोर्ट स्टाफ से लड़ते हुए देखा था , हो सकता है उसी पैसेंजर ने अपने सूटकेस के साथ बम को प्लेन में रख दिया हो। हलाकि इस मामले में कभी भी किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया।
लेकिन Vesna Vulović के साथ हुए इस चमत्कार को कोई भी भूल नहीं पाया. हादसे के बाद भी Vesna Vulović ने J A T (जे ए टी) Airlines में desk operator के तोर पर काम करना जारी रखा।