जब Runway पर आये दो प्लेन आमने – सामने || Near Collision Escape On Runway || Techo Air Hindi
by user · August 20, 2022
INTRODUCTION
23 जुलाई २००6 को शिकागो एयरपोर्ट पर एक बोहोत बड़ा हादसा होते होते बचा हुआ ये की एक ही रनवे पर २ प्लेन आपस में टकराने वाले थे
अगर ये हादसा होता तो नजाने कितने लोगो को अपनी जान गवानी पड़ती
लेकिन आखिर ये सब होने की नौबत हे क्यों आयी ऐसा क्या हुआ की इतने लोगों की जान डाव पे लग गयी जानते हैं विस्तार से
Case Study
दोस्तों शिकागो का O HARE INTERNATIONAL AIRPORT दुनिया का छठा सबसे व्यस्त एयरपोर्ट है
२३ जुलाई 2006, शिकागो के oHARE एयरपोर्ट से एक बोइंग 737 airplane कोलोराडो के DENVER international एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरने की
तयारी कर रहा था।
ये airplane united airline की Flight number 1015 थी जिसे रात 21 : 45 पर Chicago airport के लिए उड़ान भरना था।
Boeing 737 series का 322 मॉडल ये airplane approximately 19 साल
पुराणा था , जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर N315UA था।
एयरप्लेन में 120 passengers के साथ 7 crew members भी स्वार थे
ये एक नार्मल फ्लाइट थी और उड़ान भरने से पहले विमान के सभी ग्राउंड
चेक्स टाइम से कम्पलीट कर लिए गए थे , सब कुच normal तरिके से चल रहा
था।
ठीक उसी वक़्त Atlas airline की flight 6972 अपनी 9 घंटे की उड़ान
पूरी कर के germany के Frankfurt airport से चल कर DENVER international एयरपोर्ट पर लैंड करने की तयारी कर रही थी।
ये एयरक्राफ्ट बोइंग 747 सीरीज का 47UF model iska registration no. N418MC था. ये एक नया aircraft था जो सिर्फ चार साल पुराणा था।
इसमें 4 CREW MEMBERS बैठे थे
कुछ special events के कारन फ्लाइट क्रू ने Chicago O’Hare Airport runway 14R को लैंडिंग के लिए अप्रोच किया।
O hare international airport विश्व का छठवां busiest airport है
ऐसे बड़े एयरपोर्ट्स के लिए टावर कंट्रोलर को 2 या उससे ज़्यादा भागो में बांटा
जाता है , O HARE INTERNATIONAL AIRPORT के लिए भी करोल टावर
को २ भागो में बांटा गया था। पहला टावर है NLC यानी की नार्थ लोकल कण्ट्रोल और दूसरा टावर है SLC
यानी की साउथ लोकल कण्ट्रोल लेकिन कुछ कारनो से उस समय नॉर्थ लोकल कंट्रोल टावर बंद हो चुका था, जिस वजह से अब 14R और 27L दोनो
runways पर प्लेन की लैंडिंग और takeoff की जिम्मेदारी अब South local control की थी ।
अब South local control टावर को North local कण्ट्रोल की फ्लाइट्स
को भी कण्ट्रोल करना था , जिस वजह से South local control को 2 और
additional controllers की जरूरत थी
दो additional controllers इलेक्ट्रॉनिक फ़्लाइट स्ट्रिप ट्रांसफर सिस्टम
(यानि EFSTS) और लोकल मॉनिटर ( यानि LMN) की पोजिशन निर्धारित
करते हैं।
आज रात के लिए सभी positions पहले से निर्धारित थ।
इधर एयरपोर्ट पर सभी ग्राउंड चेक्स कम्पलीट करने के बाद यूनाइटेड
एयरलाइन्स की फ्लाइट टेक ऑफ के लिए आखरी तयारी कर रही थी । फ्लाइट के लिए आज weather conditions बिलकुल सही थी और visibility
भी काफी अछि (good ) थी।
ठीक उसी वक़्त रात के लगभग 21:57 बजे , ATLAS airline के Flight crew ने लैंडिंग की पेर्मिशन्स के लिए South local controller tower से
अपना initial contact किया।
साउथ कंट्रोलर टावर ने ATLAS एयरलाइन को Runway 14R पर उतरने के
लिए अपनी पेर्मिशन्स दे दी। कंट्रोलर ने फ्लाइट पायलट्स को बताया की रनवे आपकी लैंडिंग से पहले
क्लियर कर दिया जायेगा। नार्मल flight landing procedures को follow
करते हुए कंट्रोलर ने फ्लाइट पायलट्स को wind positions और direction
के बारे में भी सभी जानकारी उपलब्द करवाई।
इसी बीच यूनाइटेड एयरलाइंस की फ्लाइट बोइंग 737 भी अपनी उड़ान भरने
के लिए runway number 27L पर पहुँच गया था।
Runway 14R पर Atlas Airlines की fight 6972 लैंड करने वाली थी,
और runway 27L से united Airlines की flight 1015 टेकऑफ करने
वाली थी।
रनवे 27L से टेक ऑफ के लिए तैयार united Airlines की फ्लाइट ने
कंट्रोलर से दो minutes का टाइम और माँगा ताकि वो अपनी pre take Off check list को कम्पलीट कर सके। कंट्रोलर ने उन्हें इसकी इज़ाज़त दे दी।
रनवे 14 R जिस पर Atlas Airline की flight लैंड करने वाली थी ,और रनवे
27L जिस से United Airline की फ्लाइट टेक ऑफ करने वाली थी , वो दोनों
रनवे आपस में एक दूसरे को काटते है।
Atlas Airline की फ्लाइट लैंडिंग के लिए रनवे 14 R की तरफ आ रही है।
जबकि रनवे 27L पर United Airline की फ्लाइट टेक ऑफ करने की लिए
अभी पूरी तरह से तैयार नहीं थी।
जब आप runway पर हो और अभी निकलने के लिए तैयार नहीं हो तो उस
वक़्त समय से भटकना बहुत आम बात है।
Atlas airline की फ्लाइट 3 मील प्रति मिनट की रफ्तार से रनवे 14R की
तरफ आ रही थी।
वही दूसरी तरफ united airline की flight अब takeoff करने के लिए
आखरी preparations कर रही थी।दोनों aircraft अब एक ही टाइम पर लैंडिंग और टेकऑफ करने वाले थे। United flight ने third local controller board se coordinate करना
चाहा ताकि ranway 27L से बचे हुए departures के बारे में जानकारी
मिल सके
Extra overload के कारन टावर कंट्रोलर इस समय कई तरह की
distractions का सामना कर रहा था। इन्ही सब confusing moments में
कंट्रोलर ने local flight board को देखा ताकि वो रनवे 27L से टेकऑफ
करने वाली सभी फ्लाइट्स को जांच सके।
एक busy airport होने के कारन उस वक़्त बहुत सारे फ्लाइट्स runway 27L से टेकऑफ करने की requests कर रही थी।
Atlas airline की flight उस रात लैंड करने वाली आखरी फ्लाइट थी। इस कारन से फ्लाइट D – BRITE display सिस्टम पर साफ़ साफ़ दिखाइ
दे रही थी। D – BRITE यानि Digital Bright Radar Indicator Tower Equipment एक आईएस सिस्टम होता है जो एयरपोर्ट के आस पास उड़ने
वाली सभी फ्लाइट्स को एक display पर दिखता है।
जैसा की हमने अभी बताया की Atlas airline की flight उस रात लैंड करने
वाली आखरी फ्लाइट थी, तो कंट्रोलर का सारा ध्यान अब सिर्फ take off करने
वाली फ्लाइट्स पर था। कंट्रोलर अपने फ्लाइट बोर्ड को चेक करके take off
करने वाली फ्लाइट्स को सँभालने में लगा था। तभी कंट्रोलर देकता है की एक और American airline की फ्लाइट रनवे
14R से टेकऑफ के लिए तैयार है।
लगभग 10 बजकर 20 सेकण्ड्स पर , जब कंट्रोलर ये सब manage करने की
कोशिश कर रहा था , उसी वक़्त United Airline की फ्लाइट जो रनवे 27L
पर वेट कर रही थी उसने finally टेक ऑफ के लिए रिक्वेस्ट कर दिया।
कंट्रोलर ने अपनी window से रनवे 14R को चेक किया ताकि के कन्फर्म
किया जा सके की वहां कोई और फ्लाइट ना हो। कंट्रोलर तब उन सभी फ्लाइट की पोसिशन्स को analyze करता है जिन्होंने
अभी अभी एयरपोर्ट से टेक ऑफ किया है , ताकि वो ये चेक कर सके की
एयरपोर्ट के आस पास कोई फ्लाइट turbulence तो नहीं है। इन सब factors को चेक करने के बाद कंट्रोलर United Airline की फ्लाइट
को रनवे 27L से टेकऑफ की परमिशन दे देता है। ये सब चीज़े बहुत ही काम टाइम में manage करनी थी जिस कारन से कंट्रोलर
का confuse हो जाना आसान बात थी।
कंट्रोलर United Airline की फ्लाइट को wind situation के बारे में
जानकारी देता है और finally टेक ऑफ के लिए परमिशन दे देता है।
कुछ ही सेकण्ड्स में united airline की फ्लाइट टेक ऑफ के लिए रनवे पर
आगे बढ़ने लगती है।
deekh उसी वक़्त Atlas airline की फ्लाइट लैंड करने के लिए रनवे 14R पर
उतरती है। दोनों planes बहुत तेज़ी के साथ एक दूसरे की तरफ बढ़ने लगते हैं।
यूनाइटेड एयरलाइन की फ्लाइट अपने नार्मल procedure और लगभग
११० knots की स्पीड के साथ टेक ऑफ के लिए रनवे पर आगे बड रही थी। तभी कप्तान को रनवे 14R से आती हुई Atlas airline की फ्लाइट दिखाई दी। कप्तान ने कहा की ये नहीं लगता की वो airplane रुकने वाला है।
एटलस एयरलाइन की फ्लाइट उस वक़्त लगभग 15-20 Knots की स्पीड से
आगे बड रही थी।
यूनाइटेड एयरलाइन के कप्तान को यकींन था की इस स्पीड पर टेकऑफ को
रोकना मुमकिन नहीं है। और अगर वो रोकने की कोशिश भी करते है तब भी प्लेन Atlas airline के
प्लेन से टकरा जायेगा। इसलिए कप्तान टेकऑफ को जारी रखता है और प्लेन की स्पीड को और
बड़ा देता है।कप्तान के पास दूसरा ऑप्शन ये था की वो अपनी टेकऑफ
स्पीड को कम कर दे और प्लेन को दाइ तरफ मोड़ दे। परन्तु रनवे की दाइ तरफ बहुत सारे पोल्स थे और कप्तान को यकीन था की
ऐसा करने से plane पक्का क्रैश हो जायेगा । उस वक़्त plane में फ्यूल भी पूरा था , और अगर उस क्रैश से प्लेन में आग
लग जाती तो पैसेंजर का बचना ना मुमकिन था।इसलिए कप्तान टेक
स्पीड को बड़ा देता हैं। एटलस एयरलाइन का प्लेन अभी भी उनकी तरफ बड़
रहा था।
यूनाइटेड एयरलाइन का कप्तान अब decide करता है की इस collision से
बचने के लिए उनहे प्लेन को जल्दी टेकऑफ करना होगा। इसलिए कप्तान प्लेन की रोटेशन स्पीड बड़ा देता है। रोटेशन स्पीड का काम
प्लेन की नोज को ऊपर की तरफ उठा कर उसे ground से टेक ऑफ
कराना होता है।
कप्तान अब required स्पीड से पहले ही रोटेशन शुरू कर देता है ताकि प्लेन
जल्दी से जल्दी टेक ऑफ कर जाये। ये सब कुछ बहुत ही तेज़ी में हो रहा था
और किसी भी वक़्त दोनों प्लेन आपस में टकरा सकते थे।
Atlas एयरलाइन का प्लेन तब तक रनवे के बीचो बीच पहुँच चूका था।बस कुछ ही seconds में दोनों प्लेन आपस में टकरा जाते और सैकड़ो लोगो की जान चली जाती। तब तक ATC टावर से कंट्रोलर ने भी दोनों planes को एक दूसरे की तरफ
आते हुए deekh लिया था। कंट्रोलर रेडियो पर चिलाता है स्टॉप स्टॉप स्टॉप
और तबाही से कुछ ही सेकण्ड्स पहले यूनाइटेड एयरलाइन का प्लेन Atlas airline के डीक ऊपर से टेकऑफ कर जाता है और एक बड़ा हादसा होते
होते बच जाता है।
टेक ऑफ के बाद यूनाइटेड एयरलाइन का कप्तान कंट्रोलर से पूछता है की
एटलस एयरप्लेन उनके टेकऑफ रनवे से पहले रुका क्यों नहीं ? तब एटलस
एयरलाइन का कप्तान कहता है की कंट्रोलर ने उनऐ इस बारे में कुछ भी नहीं
कहा था।
बाद में NTSB ने अपनी रिपोर्ट में कहाँ की दोनों प्लेन सिर्फ 35 feet की
डिस्टेंस से एक दूसरे से टकराने से बच गए। ये इंसिडेंट O Hare एयरपोर्ट के
लिए 2006 का सबसे खतरनाक incident था जिसमे सैकड़ो पैसेंजर्स की जान
जाते जाते बची। NTSB ने ये भी कहा की ये हादसा सिर्फ यूनाइटेड एयरलाइन के कप्तान की
सूज बूज़ और अछि किस्मत के कारन ही टला था।और अछि किस्मत हर बार
साथ नहीं देती।
National transportation Safety Board ने इस हादसे की जांच की
और 14 December 2007 को अपनी फाइनल रिपोर्ट सबमिट की।अपनी रिपोर्ट में NTSB ने कहा की इस हादसे का मुख्य कारन ये था की ATC
कंट्रोलर एटलस एयरलाइन की फ्लाइट को properly monitor नहीं कर
पाया और ये अंदाज़ा नहीं लगा पाया की दोनों फ्लाइट्स रनवे पर आपस में
टकरा सकती है। NTSB ने FAA को ये भी आदेश दिया की रनवे पर एक नइ तरह की स्टेटस
लाइट लगवाई जाए, ताकि अगर कंट्रोलर ना ध्यान दे तो भी पायलट्स इस
तरह की situation को अछि तरह से deekh skeen। रनवे के बीच में RED LIGHT पायलट को ये warn करती है की वो लैंडिंग या टेकऑफ से पहले
रनवे के आस पास अछि तरह से चेक कर ले।