हादसे में 49 पैसेंजर्स की मौत | Air Crash ComAir Flight 5191| #Airdisasters
Introduction:
कहते है सावधानी हटी , दुर्घटना घटी। ऐसा ही कुछ हुआ Comair Flight 5191 के साथ। जब टेकऑफ के वक़्त एक दूसरे से बात करते हुएपायलट प्लेन को एक ऐसे रनवे पर ले आये जहाँ साक्षात् मौत उनका इंतज़ार कर रही थी।
27 अगस्त 2006 , Kentucky का Lexington Airport. फ्लाइट 5191 , Bombardier CRJ 100 का पैसेंजर aircraft, Georgia के Atlanta जाने की त्यारी कर रहा था।
Delta Connection 5191 से रजिस्टर्ड ये फ्लाइट Delta Connection की तरफ से Comair कंपनी चलाती थी।
फ्लाइट का नेत्रृत्व 35 वर्षीय कप्तान Jefrey Cley कर रहे थे और उनके साथ first officer के तोर पर 44 वर्षीय पायलट james Polehinke सवारथे
first officer james Polehinke 2 दिन पहले भी कप्तान Jefrey Cley के साथ एक फ्लाइट में साथ थे और उनके अनुसार हालांकि कप्तानJefrey बातचीत करने में काफी सहज थे , लेकिन उन्हें rules के अनुसार काम करने की आदत थी। कप्तान कॉकपिट में अपने सहकर्मी पायलट केसाथ काफी अच्छा वेहवार करते थे जिस कारण उनके साथ काम करना बहुत आसान था
इसके अलावा बाकी दूसरे पायलट्स भी जिन्होंने कप्तान Jefrey के साथ काम किया था , वो सब भी उन्हें एक समझधार और अनुभवी कप्तान के तोरपर देखते थे। उन सबके अनुसार भी कप्तान Jefrey को फ्लाइट के रूट या एयरपोर्ट पर रनवे इत्यादि की direction को समझने में कभी कोईपरेशानी नहीं हुई
कप्तान Jefrey ने अपने 4710 घंटो के फ्लाइंग experience में , लगभग 3082 घंटो की उड़ान इसी तरह के CRJ 100 पैसेंजर aircraft में पूरीकी थी , इसलिए वो इस प्लेन और इसके कंट्रोल्स को भी बहुत अच्छी तरह समझते थे
इसी तरह first officer james Polehinke ने भी अपने 6564 घंटो के फ्लाइंग experience में, 3564 घंटे इसी तरह के CRJ 100 प्लेन मेंगुज़ारे थे , और कप्तान Jefrey की तरह वो भी इस प्लेन के कंट्रोल्स के साथ अच्छी तरह वाकिफ थे।
कप्तान Jefrey के अनुसार भी first officer james एक अनुभवी पायलट थे, जो फ्लाइट के दौरान किसी भी तरह के हालत को अच्छी तरह से संभालसकते थे
दोनों पायलट , और एक केबिन क्रू के साथ धीरे धीरे 47 पैसेंजर प्लेन में सवार होते है
बोर्डिंग गेट पर फ्लाइट की तयारी करते वक़्त , दोनों पायलट ATC के मैसेज को सुनते है , जिसमे वो उन्हें बताता है की उनकी फ्लाइट के लिए रनवे 22 को निर्धारित किया गया है
अपने निर्धारित रनवे और एयरपोर्ट रूट को अच्छी तरह समझने के बाद , पायलट प्लेन के रोलॉफ process को शुरू करते है
इसके साथ साथ कप्तान Jefrey , first officer james को टेकऑफ रनवे की जानकारी देते हुए उन्हें भी यही समझाते है की टेकऑफ के लिए आजवो रनवे 22 का इस्तेमाल करेंगे।
इसके साथ साथ पायलट प्लेन के नेविगेशन सिस्टम में भी रनवे 22 की magnetic डायरेक्शन 227 degree सेलेक्ट करते है। इस पूरी बातचीत औरतयारी में कही पर भी ऐसा नहीं लग रहा था की दोनों में से किसी भी पायलट को टेकऑफ रनवे को समझने में कोई confusion या परेशानी थी
और सुबह के लगभग 5 बजकर 59 मिनट पर कप्तान प्लेन को push back करने का आदेश देता है , जिसके बाद ग्राउंड स्टाफ टैक्सी वे के लिए प्लेन को push करते है।
सुबह के लगभग 6 बजे पायलट एक एक कर प्लेन के लेफ्ट और right engine को स्टार्ट करते है
अपनी instruction में ATC कंट्रोलर, पायलट्स को टैक्सीवे से होते हुए रनवे 22 पर जाने के लिए कहता है और इसके साथ साथ वो उन्हें रास्ते में पड़नेवाले रनवे 26 को बिना रुके क्रॉस करने की भी इज़ाज़त देता है।
जैसा की हम animation में भी देख सकते है , पायलट को टैक्सी वे पर चलते हुए रनवे 26 को क्रॉस करते हुए रनवे 22 पर जाना था और उसी रनवे22 से टेकऑफ करना था
first officer james ATC कंट्रोलर के साथ बातचीत करते हुए एयरपोर्ट रूट को समझ रहे थे. ATC टावर से परमिशन मिलने के बाद कप्तान Jefrey प्लेन को धीरे धीरे टैक्सी वे पर आगे बढ़ाते है
इसी दौरान जब प्लेन टैक्सी वे पर आगे बढ़ रहा था तो कॉकपिट में कप्तान Jefrey और first officer james कुछ पर्सनल बातचीत करने लगते है। हलाकि एयरलाइन के safety rules के अनुसार टैक्सी वे के दौरान पायलट्स को किसी भी तरह की पर्सनल बातचीत करने की मनाही होती है ताकिकिसी भी कारन से उनका धयान ना बटे और वो सही तरीके से अपना पूरा ध्यान सिर्फ फ्लाइट पर लगा सके।
और इसी बातचीत में प्लेन को टैक्सी वे पर आगे बढ़ाते हुए कप्तान Jefrey जब रनवे 26 पर पहुँचते है तो वो उसी रनवे को टेकऑफ रनवे समझ करप्लेन को वही रोक देते है और टेकऑफ की तयारी शुरू कर देते है। कप्तान को बिलकुल भी अंदाज़ा नहीं होता की उन्हें इस रनवे को क्रॉस करते हुएरनवे 22 पर जाना है और वही से टेकऑफ करना था । रनवे 26 एक बहुत ही छोटा रनवे था जिसपर किसी भी तरह के commercial प्लेन कोटेकऑफ या लैंडिंग करने की परमिशन नहीं थी।
बदकिस्मती से first officer james का ध्यान भी इस तरफ नहीं जाता की वो गलत रनवे पर आ चुके है। और कुछ देर बाद अपने normal process के अनुसार first officer प्लेन के पैसेंजर केबिन में welcome announsement करता है और टेकऑफ checklist को एक एक कर चेक करते हुएtakeoff की तयारी शुरू कर देता है
इसी तयारी के दौरान first officer और कप्तान दोनों एक बार ये discuss भी करते है की आज रनवे पर लाइट्स थोड़ी अलग सी लग रही है। लेकिनतब भी उन्हें ये ख्याल नहीं आता की वो गलत रनवे पर खड़े है
और सुबह के लगभग 6 बजकर 5 मिनट पर , first officer james ATC कंट्रोलर को कहता है की वो टेकऑफ के लिए पूरी तरह से तैयार है। औरजिसके बाद ATC कंट्रोलर भी उन्हें takeoff की permission दे देता है
इस पूरी बातचीत के दौरान ना तो एक बार भी पायलट और ना ही ATC controller runway नंबर को confirm करते है
और ATC controller से परमिशन मिलते ही कप्तान Jefrey प्लेन को टेकऑफ के लिए रनवे starting लाइन पर ले आता है
Starting लाइन पर पहुँचने के बाद कप्तान टेकऑफ के लिए प्लेन का कण्ट्रोल first officer james को दे देते है
प्लेन का कण्ट्रोल अपने हाथ में लेने के बाद first officer प्लेन के दोनों इंजिन्स की thirst power को maximum level पर कर देता है, और जिसकेबाद धीरे धीरे प्लेन रनवे पर आगे बढ़ने लगता है
रनवे पर आगे बढ़ते हुए एक बार फिर से first officer रनवे की lights थोड़ा अजीब से होने का जिक्र करता है , लेकिन तब भी ना तो कप्तान और नाही फर्स्ट अफसर को जरा भी एहसास होता है की वो गलत रनवे पर है
रनवे पर तेज़ी से दौड़ता हुआ प्लेन 100 knots की स्पीड पर पहुँच जाता है और तभी अचानक इससे पहले की प्लेन ऊपर उड़ पाता रनवे खत्म हो जाताहै
इस दर्दनाक हादसे में केवल first officer james ही जिन्दा बचते है
Brain damage , lung puncture और कई सारी हड़ियाँ टूटने के कारण उन्हें काफी घंभीर चोटे आती है
उन्हें कई सारे operation से गुजरना पड़ता है जिसमे उनकी दाएं टांग भी काटनी पड़ती है
अपनी जांच में NTSB ये खुलासा करती है की फ्लाइट को रनवे 22 से टेकऑफ करने के लिए कहा गया था। लेकिन पायलट गलती से रनवे 26 काइस्तेमाल करते है , जो इस तरह की commercial फ्लाइट के टेकऑफ के लिए बहुत ही छोटा रनवे है
इसी कारन से प्लेन के ऊपर उड़ने से पहले ही रनवे खत्म हो गया और प्लेन क्रैश हो गया
अपनी जांच में NTSB ने पाया ही इस गलती का मुख्य कारण टैक्सी के दौरान दोनों पायलट्स का पर्सनल बातचीत में busy रहना था , जिसके कारणवो रनवे पर ध्यान नहीं दे पाएं और गलत रनवे पर आ कर रुक गए
April 2007 में NTSB की जांच के बाद FAA ने सेफ्टी नोटिस जारी करते हुए ये mandatory कर दिया की रनवे hold position पर आने के बाद, और runway start point पर पहुँचने के बाद , टेकऑफ शुरू करने से पहले पायलट्स और ATC दोनों रनवे नंबर को confirm करेंगे
NTSB की एक दूसरी सलाह के बाद , FAA ने पायलट्स की ट्रेनिंग के दौरान रात में एयरपोर्ट लाइट की जानकारी को अच्छी तरह समझना भी अनिवार्यकर दिया ताकि टेकऑफ के वक़्त पायलट टैक्सी और रनवे की लाइट को अच्छी तरह समझ कर सही टेकऑफ कर सके |